तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप- BSEB Class 8 Science Chapter 2 Notes

तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप- BSEB Class 8 Science Chapter 2 Notes NCERT एवं SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर बनाए गए हैं। जो बिहार बोर्ड की परीक्षाओं के नजरिए से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

20240606 090754 तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप- BSEB Class 8 Science Chapter 2 Notes

इस लेख तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप – Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 2 को पढ़कर आप विज्ञान की परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते है |

कक्षा 8वी विज्ञानं – तड़ित ओर भूकम्प – BSEB Class 8 Science Chapter 2 Notes

फसल– अगर किसी क्षेत्र में एक ही तरह के पौधे बड़ी मात्रा में उगाए जाते हैं तो उसे कृषि फसल कहा जाता है। उदाहरण: चावल या गेहूं,

फसलों को दो वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है।

  • खरीफ फसल:- ये वो फसलें हैं जो बरसात के मौसम में बोई जाती हैं जिन्हें खरीफ की फसल कहा जाता है। भारत में बरसात का मौसम आम तौर पर जून से सितंबर के बीच होता है। उदाहरण:- धान, सोयाबीन, मक्का, कपास, मूंगफली आदि।
  • रबी फसल: सर्दियों के दौरान उगाई जाने वाली फसलों को रबी की फसल कहा जाता है। उदाहरण: गेहूं मटर, सेम, चना सरसों, आदि।

कृषि विधियाँ – फसल बढ़ाने के लिए किसान जो काम करता है उसे कृषि विधियाँ कहते हैं।

मिट्टी की तैयारी इसमें किसान मिट्टी की जुताई करता है और कई तरह के कृषि उपकरणों का इस्तेमाल करता है। पहले जब हल का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा होता था तो उसमें लोहे की शाफ्ट होती थी। आजकल ट्रैक्टर पर लगी कृषि मशीन से जमीन तैयार करना संभव है।

  • बुवाई इस मामले में किसान अच्छे बीजों का चयन करता है। बुवाई के समय किसान हलिया कल्टीवेटर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे बीज मिट्टी में मिल जाते हैं। आजकल इसे सीड ड्रिल के नाम से जाना जाता है।
  • खाद और उर्वरक— मिट्टी में पोषक तत्वों के स्तर को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इन पदार्थों को उर्वरक और खाद कहा जाता है। खाद आमतौर पर मानव अपशिष्ट, गोबर और पौधों के अपशिष्ट को विघटित करके बनाई जाती है, जबकि उर्वरक कारखानों में बनाए जाते हैं। उर्वरक मिट्टी में ह्यूमस नहीं मिलाते हैं, लेकिन खाद मिट्टी में भरपूर ह्यूमस प्रदान करती है।
  • सिंचाई-किसान पौधों को पानी देने के लिए कई स्रोतों का इस्तेमाल करता है। इसे हम सिंचाई कहते हैं। सिंचाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत तालाब, कुएँ और ट्यूबवेल हैं। सिंचाई के दो सबसे आधुनिक तरीकों में ड्रिप सिस्टम और स्प्रिंकलर सिस्टम शामिल हैं। आप नीचे दी गई छवि में दोनों सिस्टम देख सकते हैं।

खरपतवारों से बचावकुछ फसलों के अलावा, खेतों में अवांछित पौधे भी पाए जाते हैं जिन्हें हम खरपतवार कहते हैं। खरपतवारों से छुटकारा पाने की प्रक्रिया को निराई कहते हैं। हम खरपतवारों को खत्म करने के लिए कुछ रसायनों का भी इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें खरपतवारनाशक कहते हैं।

  • कटाई: जब फसल पककर काटी जाती है, तो उसे कटाई कहते हैं। फसल को चुनने के लिए हार्वेस्टर का इस्तेमाल किया जाता है। यह कटी हुई फसल से अनाज और भूसे को अलग करने का एक तरीका है, जिसे थ्रेसिंग कहते हैं। आजकल कंबाइन का इस्तेमाल फसल काटने के लिए किया जाता है।
  • भंडारण : जब फसल आ जाती है तो उसे सुरक्षित तरीके से संग्रहीत किया जाता है और इसे भंडारण कहते हैं। भंडारण वह जगह है जहाँ हमें फसल को कीड़ों और चूहों से बचाने की ज़रूरत होती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसे भविष्य में खाने के लिए रखा जा सके।

हम अपने जानवरों से भी अपनी ज़रूरत का खाना प्राप्त करते हैं। ऐसा करने के लिए हम अपने घर में जानवर पालते हैं और जानवरों से खाद्य पदार्थ प्राप्त करते हैं। इसे पशुपालन के नाम से जाना जाता है।

bihar board class 8 science notes समाधान हिंदी में

क्र० स ० अध्याय का नाम
1.दहन एवं ज्वाला चीजों का जलना
2.तड़ित एवं भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप
3.फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन
4.कपड़े / रेशे तरह-तरह के
5.बल से ज़ोर आजमाइश
6.घर्षण के कारण
7.सूक्ष्मजीवों का संसार
8.दाब एवं बल का आपसी सम्बन्ध
9.इंधन : हमारी जरुरत
10.विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
11.प्रकाश का खेल
12पौधों एवं जन्तुओं का संरक्षण : (जैव विविधता)
13.तारे और सूर्य का परिवार
14.कोशिकाएँ : हर जीव की आधारभूत संरचना
15.जन्तुओं में प्रजनन
16.धातु एवं अधातु
17.किशोरावस्था की ओर
18ध्वनियाँ तरह-तरह की
19.वायु एवं जल-प्रदूषण की समस्या

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